Jammu and Kashmir : श्री अमरनाथ यात्रा 2025 को लेकर जम्मू-कश्मीर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है. खासकर हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत कर दिया गया है. कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर में सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता खास तौर पर बढ़ा दी गई है, क्योंकि यह इलाका अंतरराष्ट्रीय सीमा के करीब स्थित है और जम्मू-पठानकोट हाईवे पर भी पड़ता है, जिससे यह यात्रा के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण बन जाता है.
रविवार शाम को हीरानगर के लौंडी मोड़ चौराहे पर स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG), सीआरपीएफ, सीआईएसएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीम ने विशेष जांच अभियान चलाया. इस दौरान आने-जाने वाले हर वाहन को रोका गया, उसमें बैठे यात्रियों की पहचान और उनके दस्तावेजों की गहन जांच की गई. सुरक्षाबलों को निर्देश दिए गए हैं कि यात्रा से संबंधित हर वाहन की सख्ती से तलाशी लें और किसी भी संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति की तुरंत जानकारी दें.
हीरानगर बॉर्डर के नजदीकी गांवों, हाईवे के हर मोड़ और रास्तों पर सुरक्षा बलों की कड़ी निगरानी जारी है. इलाके में पैदल गश्त को बढ़ा दिया गया है और स्थानीय खुफिया नेटवर्क को भी सक्रिय कर दिया गया है. सुरक्षा एजेंसियां ड्रोन कैमरों की मदद से संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी कर रही हैं। साथ ही, कुछ अहम स्थानों पर हाई-डेफिनिशन सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं, जो सीधा कंट्रोल रूम को फीड भेज रहे हैं.
बीएसएफ और सेना ने भी अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अपनी निगरानी और चेकिंग को तेज कर दिया है. हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है. सुरक्षा एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय के लिए नियमित ब्रीफिंग की जा रही है.
एक अधिकारी ने बताया कि अमरनाथ यात्रा श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़ा पर्व है और इसमें किसी भी तरह की बाधा बर्दाश्त नहीं की जाएगी. यात्रियों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और उन्हें पूरी सुरक्षा के साथ बाबा बर्फानी के दर्शन कराने की तैयारी की जा रही है.