Jammu and Kashmir : जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर के सीमावर्ती गांव लौंडी में शनिवार को एक विशेष मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. यह अभ्यास "ऑपरेशन शील्ड" के तहत किया गया, जिसमें सेना, SDRF (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल), जम्मू-कश्मीर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी शामिल हुए.
इस मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को किसी भी आपातकालीन स्थिति जैसे आतंकी हमला, गोलाबारी या प्राकृतिक आपदा के समय बचाव के उपायों की जानकारी देना था. अधिकारियों ने बताया कि इस तरह के अभ्यास से न केवल सुरक्षा एजेंसियों की तैयारियों का मूल्यांकन होता है, बल्कि आम जनता को भी सतर्क और जागरूक किया जाता है.
ड्रिल के दौरान सुरक्षा बलों ने दिखाया कि कैसे किसी हमले या संकट के समय त्वरित प्रतिक्रिया दी जाती है. SDRF के जवानों ने स्कूली बच्चों और गांव के लोगों को मुठभेड़ या आपदा की स्थिति में सुरक्षित रहने के उपाय बताए. बच्चों को सिखाया गया कि ऐसे हालात में कैसे शांत रहें और क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए.
स्थानीय लोगों ने इस अभ्यास में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपनी जिज्ञासाएं अधिकारियों से साझा कीं. अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि सीमा पर हर समय सतर्कता बरती जा रही है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी है.
जिला प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों ने मॉक ड्रिल को सफल बताया और कहा कि इस तरह के अभ्यास आगे भी जारी रहेंगे ताकि सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित माहौल दिया जा सके.
निष्कर्षतः, यह मॉक ड्रिल न केवल सुरक्षा बलों की मुस्तैदी को दर्शाती है, बल्कि स्थानीय लोगों के मन में विश्वास और सुरक्षा की भावना को भी मजबूत करती है.