Jammu and Kashmir : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाया है. केंद्र सरकार ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है, जिससे अब पाकिस्तान को भारत की नदियों का पानी नहीं मिलेगा.
सोमवार सुबह केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में बने बगलिहार बांध के गेट बंद कर दिए हैं, जिससे चिनाब नदी का पानी पाकिस्तान की ओर जाना रुक गया है.
इसपर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता रवींद्र रैना ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि पाकिस्तान को अपनी हरकतों की सजा भुगतनी ही होगी. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान एक तरफ भारत की नदियों का पानी लेता है और दूसरी ओर आतंकवादियों को भेजकर हमारे निर्दोष लोगों को मारता है. अब उसकी इस दोहरी नीति का अंत हो चुका है.
रवींद्र रैना ने बताया कि चेनाब, सतलुज, रावी और ब्यास जैसी नदियों का पानी पाकिस्तान जाने से रोक दिया गया है. यह फैसला भारत सरकार का ठोस और अंतिम निर्णय है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने देश की सुरक्षा और सम्मान के लिए यह साहसिक कदम उठाया है.
गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान के बीच 1960 में सिंधु जल संधि हुई थी. इस समझौते के तहत भारत और पाकिस्तान के बीच नदियों का पानी बांटने का नियम तय किया गया था. लेकिन अब भारत ने यह संधि निलंबित कर दी है. इससे पाकिस्तान के खेतों और पीने के पानी पर असर पड़ सकता है.
रवींद्र रैना ने कहा कि अब पाकिस्तान को समझ लेना चाहिए कि अगर वह भारत में आतंकवाद फैलाने की कोशिश करेगा तो उसे हर मोर्चे पर जवाब मिलेगा.