Pahalgam : आदिल शाह की पत्नी को एलजी ने सौंपी सरकारी नौकरी, कहा – बलिदान भुलाया नहीं जाएगा!

Written By Vipul Pal Last Updated: Jun 15, 2025, 04:07 PM IST

Jammu and Kashmir : पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वाले आदिल शाह की पत्नी गुलनाज अख्तर को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सरकारी नौकरी का नियुक्ति पत्र सौंपा. शनिवार को उपराज्यपाल खुद अनंतनाग जिले के हापतनाड गांव पहुंचे और गुलनाज को मत्स्य विभाग में अस्थायी नियुक्ति का पत्र सौंपा. इस दौरान उन्होंने शहीद आदिल शाह के परिवार को हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया.

एलजी ने बताया कि गुलनाज अख्तर को यह नौकरी जम्मू-कश्मीर पुनर्वास सहायता योजना-2022 के तहत मिली है. इस योजना के खंड 2A के तहत उपराज्यपाल को यह विशेष अधिकार प्राप्त है कि वे किसी आतंकी घटना में जान गंवाने वाले नागरिक के परिजन को नौकरी दे सकते हैं. खास बात यह है कि गुलनाज को यह नियुक्ति उनकी शैक्षणिक योग्यता में छूट देकर दी गई है, क्योंकि उनके पास विभागीय नौकरी के लिए जरूरी डिग्री नहीं थी. एलजी ने कहा कि यह कदम प्रशासन की ओर से आदिल शाह के बलिदान के प्रति सम्मान और कृतज्ञता की भावना को दर्शाता है.

गृह मंत्रालय की ओर से पहले ही दी जा चुकी है आर्थिक मदद

उपराज्यपाल ने बताया कि आदिल के परिवार को केंद्र सरकार की ओर से आर्थिक सहायता पहले ही दी जा चुकी है. उन्होंने कहा कि आदिल शाह ने पर्यटकों की जान बचाते हुए अपनी जान गंवाई थी, और देशभर में उनकी बहादुरी की सराहना हो रही है.

गुलनाज की नियुक्ति क्यों मानी गई असाधारण

उपराज्यपाल ने बताया कि यह नियुक्ति असाधारण परिस्थितियों में की गई है, क्योंकि आदिल शाह न तो सरकारी कर्मचारी थे और न ही उनके परिजन को नौकरी देने का कोई सामान्य नियम था. लेकिन उपराज्यपाल ने विशेष अधिकारों का प्रयोग करते हुए इस परिवार को राहत देने के लिए यह फैसला लिया. मत्स्य विभाग की इस नियुक्ति में कोई भूमिका नहीं रही, यह निर्णय पूरी तरह से एलजी के विवेक पर आधारित है.

गुलनाज ने अदा किया शुक्रिया

नियुक्ति पत्र पाकर गुलनाज अख्तर भावुक हो गईं और सरकार का आभार जताया. एलजी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर भी लिखा कि आदिल की बहादुरी पर पूरे देश को गर्व है और सरकार उनके परिवार के साथ हर कदम पर खड़ी रहेगी. उन्होंने यह भी कहा कि गांव में रोजगार के नए अवसर तैयार किए जाएंगे ताकि स्थानीय लोगों को भी फायदा मिल सके.