Jammu and Kashmir : पहलगाम आतंकी हमले की जांच में एक बड़ी अपडेट सामने आई है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस हमले को लेकर अपनी शुरुआती रिपोर्ट तैयार कर ली है, जिसे जल्द ही गृह मंत्रालय को सौंपा जाएगा.
सूत्रों के मुताबिक, इस रिपोर्ट में पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI और पाकिस्तान सेना के बीच मिलीभगत के संकेत मिले हैं. जांच एजेंसियों का मानना है कि इन तीनों के बीच पूरी साजिश रची गई थी, जिसके बाद पहलगाम में हमला किया गया.
इस हमले के सिलसिले में जम्मू-कश्मीर में अब तक 75 ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGW) को पब्लिक सेफ्टी एक्ट (PSA) के तहत गिरफ्तार किया गया है. ये सभी लोग पहले भी आतंकी गतिविधियों में शामिल रहे हैं और इस हमले में भी इनकी भूमिका सामने आई है.
जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और सुरक्षा एजेंसियों ने मिलकर श्रीनगर, नॉर्थ और साउथ कश्मीर में तकरीबन 100 जगहों पर छापेमारी की है. इन छापों का मकसद OGW के नेटवर्क को तोड़ना और हमले से जुड़े हर व्यक्ति तक पहुंचना है.
फिलहाल 2500 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की जा चुकी है और करीब 250 लोगों को हिरासत में लिया गया है. सुरक्षा बलों द्वारा घर-घर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है ताकि OGW के छिपे हुए ठिकानों और साजिशकर्ताओं की पहचान की जा सके.
सूत्रों के अनुसार, NIA की रिपोर्ट में साफ किया गया है कि इस हमले के पीछे बहुत बड़ा नेटवर्क काम कर रहा था, जिसमें स्थानीय मददगारों की भूमिका भी अहम रही है.
सुरक्षा एजेंसियां लगातार कड़ी कार्रवाई कर रही हैं ताकि इस पूरे नेटवर्क को पूरी तरह खत्म किया जा सके. अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं.
लोगों से अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत सुरक्षा एजेंसियों को दें ताकि प्रदेश में शांति बहाल की जा सके.