Jammu and Kashmir : कश्मीर घाटी के बांदीपुरा जिले और गुरेज इलाके में अचानक हुई ओलावृष्टि ने किसानों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं. तेज ओलों की बारिश ने कुछ ही मिनटों में खेतों और बागों को सफेद चादर से ढक दिया। खासकर ओनागाम, पंजीगाम, जोन और अलूसा जैसे गांव इस मौसमीय आपदा से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं.
स्थानीय लोगों के अनुसार, ओलावृष्टि कुछ मिनटों तक बहुत तेज रही, जिससे सेब, नाशपाती, अखरोट और अन्य मौसमी फसलों को काफी नुकसान हुआ है. कई जगहों पर खड़ी फसलें पूरी तरह नष्ट हो गईं। इस तबाही से किसानों को भारी आर्थिक नुकसान होने की आशंका है और पूरे इलाके में चिंता का माहौल है.
सबसे खास बात यह रही कि गुरेज जैसे क्षेत्र में भी ओलावृष्टि देखने को मिली, जहां आमतौर पर इस तरह का मौसम कम ही देखने को मिलता है. अचानक बदले मौसम ने न केवल किसानों को हैरान कर दिया, बल्कि आम जनजीवन भी प्रभावित हुआ.
बांदीपुरा के मुख्य बागवानी अधिकारी फारूक अहमद तंतारी ने जानकारी दी कि प्रभावित इलाकों में नुकसान की जांच के लिए विशेष टीमें भेज दी गई हैं. जोन, अलूसा और अन्य क्षेत्रों से नुकसान की रिपोर्ट्स मिल रही हैं, जिन्हें जल्द संकलित कर सरकार को भेजा जाएगा ताकि किसानों को मुआवजा दिया जा सके.
उन्होंने किसानों से अपील की कि वे घबराएं नहीं और बागवानी विभाग के निर्देशों का पालन करें. खासतौर पर दवाओं का छिड़काव सही समय पर करें, ताकि फसलों में रोग न फैले और भविष्य में और नुकसान से बचा जा सके.
इस अचानक हुई प्राकृतिक आपदा ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि मौसम का मिजाज कभी भी बदल सकता है और इसके लिए किसानों को हमेशा सतर्क रहना होगा.