Jammu and Kashmir : जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और सीमा पार से लगातार हो रही गोलीबारी के बीच प्रशासन ने हालात का जायजा लेने के लिए बड़ा कदम उठाया है. शनिवार सुबह जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी), महानिरीक्षक (आईजी), मुख्य सचिव और कैबिनेट मंत्री जाविद अहमद डार के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय टीम उरी पहुंची. उनके साथ उरी के स्थानीय विधायक भी मौजूद रहे.
इस दौरे का मकसद था नियंत्रण रेखा (LoC) पर तैनात जवानों से मिलना, उनकी समस्याओं को समझना और सीमा पार से हो रही गोलीबारी के चलते प्रभावित स्थानीय लोगों से बातचीत करना. अधिकारियों ने सबसे पहले सेना और सुरक्षा बलों के अधिकारियों के साथ बैठक कर सीमा की स्थिति पर चर्चा की. उसके बाद वे उन राहत शिविरों में गए, जहां गोलीबारी के डर से गांवों से निकले लोग शरण लिए हुए हैं.
कैबिनेट मंत्री जाविद अहमद डार ने कहा, “हमारे नागरिकों की सुरक्षा सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है. किसी भी उकसावे का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा और प्रभावित लोगों को हर संभव मदद दी जाएगी.” उन्होंने यह भी कहा कि राहत शिविरों में रहने वाले लोगों को खाने-पीने का सामान, दवाइयां और अन्य जरूरी सहायता तुरंत उपलब्ध करवाई जा रही है.
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, उरी सेक्टर में स्थिति फिलहाल तनावपूर्ण लेकिन पूरी तरह नियंत्रण में है. पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान की ओर से लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया जा रहा है, जिससे सीमावर्ती इलाकों के लोगों में डर का माहौल बना हुआ है.
प्रशासन ने लोगों से संयम बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है. सुरक्षा बल पूरी मुस्तैदी से तैनात हैं और स्थिति पर पैनी नजर रखी जा रही है. जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त जवानों की तैनाती भी की जा सकती है.