Tough Surgery : बारामुला में डॉक्टरों ने 55 वर्षीय महिला के पेट से निकाला 7 किलो का ट्यूमर!

Baramulla Tumor Surgery : महिला राफियाबाद की रहने वाली है और उसे बार-बार पेट दर्द, सांस लेने में तकलीफ, आंतों में रुकावट, और तेजी से वजन घटने की समस्या हो रही थी. जब उसकी जांच की गई, तो डॉक्टरों को उसके पेट और श्रोणि (पेल्विस) के हिस्से में एक बड़ी सूजन दिखाई दी, जो पूरे पेट में फैल चुकी थी.

Tough Surgery : बारामुला में डॉक्टरों ने 55 वर्षीय महिला के पेट से निकाला 7 किलो का ट्यूमर!
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Jammu and Kashmir : गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (GMC), बारामुला के डॉक्टरों ने एक बड़ी चिकित्सा सफलता हासिल करते हुए 55 वर्षीय महिला के पेट से 7.4 किलोग्राम वजनी ट्यूमर को सफलतापूर्वक हटाया है. यह ऑपरेशन बेहद जटिल था और मरीज की जान को खतरा भी हो सकता था, लेकिन डॉक्टरों की टीम ने सूझबूझ से सर्जरी को अंजाम दिया.

महिला राफियाबाद की रहने वाली है और उसे बार-बार पेट दर्द, सांस लेने में तकलीफ, आंतों में रुकावट, और तेजी से वजन घटने की समस्या हो रही थी. जब उसकी जांच की गई, तो डॉक्टरों को उसके पेट और श्रोणि (पेल्विस) के हिस्से में एक बड़ी सूजन दिखाई दी, जो पूरे पेट में फैल चुकी थी.

पेट का सीईसीटी स्कैन (CECT) कराने पर पता चला कि बाएं अंडाशय से एक बड़ा ट्यूमर विकसित हो गया है, जो उसके पाचन तंत्र और मूत्र नली पर दबाव बना रहा था। मरीज की हालत नाजुक थी, इसलिए डॉक्टरों ने तत्काल ऑपरेशन करने का निर्णय लिया.

यह ऑपरेशन सामान्य सर्जरी और स्त्री रोग विभाग की संयुक्त टीम ने मिलकर किया. सर्जरी के दौरान बाएं अंडाशय से जुड़ा एक बड़ा श्लेष्म ट्यूमर (म्यूकिनस सिस्टेडेनोमा) पाया गया, जो लगभग 7.4 किलो वजनी था. यह ट्यूमर पूरी पेल्विक गुहा में फैला हुआ था और फैलोपियन ट्यूब को भी प्रभावित कर रहा था.

डॉक्टरों ने इस ट्यूमर को पूरी तरह हटाने के लिए सालपिंगो-ओफोरेक्टॉमी (अंडाशय और फैलोपियन ट्यूब को हटाने की प्रक्रिया) और पेरिटोनियल लैवेज (पेट की गुहा को साफ करने की प्रक्रिया) की मदद ली.

सर्जरी पूरी तरह सफल रही और अब महिला की हालत स्थिर है. डॉक्टरों की टीम ने इसे एक बड़ी उपलब्धि बताया और कहा कि समय रहते इलाज होने से महिला की जान बचाई जा सकी.
 

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