Jammu and Kashmir : जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से जुड़ी गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मंगलवार को एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की. पुलवामा, शोपियां, कुलगाम, बारामूला और कुपवाड़ा जिलों में कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई. यह छापेमारी आतंकवाद से संबंधित मामलों और संदिग्ध गतिविधियों की जांच के तहत की गई.
एनआईए की टीमों ने स्थानीय पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर इन स्थानों पर घर-घर तलाशी अभियान चलाया. छापेमारी का मकसद आतंकियों के नेटवर्क, उनके मददगारों और संदिग्ध व्यक्तियों के बारे में ठोस जानकारी जुटाना है, ताकि भविष्य में किसी भी आतंकी गतिविधि को रोका जा सके.
इससे पहले सोमवार को सोपोर के दर्दपोरा जालोरा इलाके में पुलिस ने जमात-ए-इस्लामी से जुड़े एक व्यक्ति अब्दुल रजाक हजाम के घर पर भी छापेमारी की थी. तलाशी के दौरान पुलिस को उसके घर से जमात-ए-इस्लामी संगठन से जुड़ी आपत्तिजनक सामग्री मिली, जिसे जब्त कर लिया गया. अब्दुल रजाक के खिलाफ यूएपीए (गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम) के तहत केस दर्ज किया गया है.
सोपोर पुलिस का कहना है कि यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद, कट्टरपंथ और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने वाली गतिविधियों के खिलाफ चल रही व्यापक रणनीति का हिस्सा है. ऐसे सभी व्यक्तियों और नेटवर्क की पहचान की जा रही है जो देश की एकता और शांति व्यवस्था को प्रभावित कर सकते हैं.
पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि वे शांति बनाए रखें, कानून का पालन करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत सुरक्षा एजेंसियों को दें. इस तरह की कार्रवाई से यह साफ हो जाता है कि केंद्र और सुरक्षा एजेंसियां जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद और कट्टरपंथ के खिलाफ पूरी सख्ती से काम कर रही हैं.
एनआईए और पुलिस की यह संयुक्त कार्रवाई आने वाले दिनों में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अहम मानी जा रही है. इससे आतंकियों के नेटवर्क को बड़ा झटका लगने की उम्मीद है.