Jammu and Kashmir : स्टेट टैक्स अधिकारी सरफराज अहमद ने शुक्रवार को एक जागरूकता प्रोग्राम का आयोजन किया. इस दौरान, उन्होंने लोकल कारोबारियों और ठेकेदारों को टैक्स अनुपालन (Tax Compliance) की महत्ता समझाई और कर कानूनों के तहत उनकी जिम्मेदारियों पर जोर दिया.
टैक्स नियमों की अनदेखी पड़ेगी भारी
अपने संबोधन में सरफराज अहमद ने कहा कि वक्त पर टैक्स फाइल करना और बकाया राशि का भुगतान करना बेहद जरूरी है. उन्होंने चिंता जताई कि कई व्यापारियों और ठेकेदारों ने टैक्स रजिस्ट्रेशन तो करा लिया, लेकिन इसके बावजूद वे नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं.
उन्होंने स्पष्ट किया कि कई ठेकेदार बार-बार नोटिस मिलने के बावजूद टैक्स अनुपालन नहीं कर रहे. इसका नतीजा यह होता है कि उनके ऊपर भारी बकाया, ब्याज और जुर्माने का बोझ बढ़ जाता है. हालांकि, समय पर कर अदायगी से वे इन परेशानियों से बच सकते हैं.
कर प्रणाली को बोझ नहीं, जिम्मेदारी समझें
सरफराज अहमद ने बताया कि कई मामलों में गैर-अनुपालन (Non-Compliance) की वजह जागरूकता की कमी होती है. खासकर टीडीएस (TDS) कटौती और भुगतान में लापरवाही के कारण व्यापारियों को नुकसान उठाना पड़ता है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि डिपार्टमेंट कारोबारियों की मदद के लिए हमेशा तैयार है और सही मार्गदर्शन देगा.
उन्होंने व्यापारियों और ठेकेदारों से अपील की कि वे Tax Compliance को बोझ न समझें, बल्कि इसे civic duty के रूप में अपनाएं. यह न केवल व्यापार को सुरक्षित बनाएगा बल्कि राज्य के विकास में भी योगदान देगा. उन्होंने सभी करदाताओं को समय पर कर संबंधी औपचारिकताएं पूरी करने और नवीनतम कर नियमों से अपडेट रहने की सलाह दी, ताकि किसी भी प्रकार की जटिलताओं से बचा जा सके.