Jammu and Kashmir : जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकवाद के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत बुधवार को एक बड़ी कार्रवाई की. पुलिस ने बडगाम जिले में स्थित तीन पाकिस्तान समर्थित कश्मीरी आतंकी कमांडरों की संपत्तियों को जब्त कर लिया है. इन आतंकियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत कार्रवाई की गई.
पुलिस ने बताया कि जिन आतंकियों की संपत्ति को कुर्क किया गया है, वे सभी इस समय पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में छिपे हुए हैं और वहीं से जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं. ये आतंकवादी इंटरनेट और अन्य माध्यमों से घाटी में अपने नेटवर्क को सक्रिय बनाए हुए हैं.
जिन आतंकियों की संपत्तियां जब्त की गईं:
मंजूर अहमद चोपान उर्फ रईस, निवासी हरवनी, खानसाहब (बडगाम) – उसका दो मंजिला मकान और एक व्यावसायिक परिसर जब्त किया गया.
मोहम्मद यूसुफ मलिक उर्फ मौलवी, निवासी चेवा, बडगाम – उसकी पांच कनाल 13 मरला जमीन और दो मंजिला मकान को सील किया गया.
बिलाल अहमद वानी उर्फ उमर, निवासी नागबल, बडगाम – उसकी 19.5 मरला जमीन को जब्त किया गया.
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, यह आतंकी पहले बडगाम और श्रीनगर में सक्रिय थे, लेकिन सुरक्षाबलों के दबाव के चलते सीमा पार भाग गए. अब ये PoK से घाटी में युवाओं को आतंकी संगठनों में भर्ती करने, आतंकियों को हथियार सप्लाई करने और उनके ठिकानों का इंतजाम करने जैसे कार्यों में लगे हैं.
कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए कार्रवाई
यह कार्रवाई सभी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद राजस्व विभाग और कार्यकारी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में की गई. पुलिस ने स्पष्ट किया कि कुर्क की गई संपत्तियों को अब सरकार की अनुमति के बिना न तो बेचा जा सकता है और न ही इनमें कोई बदलाव किया जा सकता है.
यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर में आतंकी नेटवर्क को आर्थिक रूप से कमजोर करने के अभियान का हिस्सा है. प्रशासन पहले ही कई आतंकियों और अलगाववादियों की संपत्तियां जब्त कर चुका है और यह अभियान लगातार जारी है.