Jammu and Kashmir : श्रीनगर की मशहूर डल झील में शुक्रवार को एक दुखद हादसा हो गया. तेज हवाओं के चलते एक नाव पलट गई, जिसमें एक पिता और बेटा सवार थे. यह हादसा डल झील के डॉक पार्क के पास हुआ. हादसे के बाद पिता को तो तुरंत बचा लिया गया, लेकिन 24 वर्षीय बेटे का कोई पता नहीं चला.
रैनावारी के चोपन मोहल्ला के रहने वाले अब्दुल मजीद खोसा और उनके बेटे तौफीक अहमद चोपन उस समय झील में मछली पकड़ने गए थे. अचानक मौसम बिगड़ गया और तेज हवाएं चलने लगीं. हवाएं इतनी तेज थीं कि उनकी छोटी नाव पलट गई और दोनों पानी में गिर गए.
स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से अब्दुल मजीद को तुरंत बचा लिया गया. उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल कर अस्पताल पहुंचाया गया. हालांकि उनके बेटे तौफीक का कुछ पता नहीं चला. हादसे के बाद पिता रात भर बेटे की तलाश की उम्मीद में झील किनारे बैठा रहा और रोता रहा.
अधिकारियों के मुताबिक, रात में मौसम बहुत खराब था और अंधेरा भी ज्यादा था, जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन नहीं चलाया जा सका. लेकिन शनिवार सुबह जैसे ही मौसम साफ हुआ, SDRF (राज्य आपदा मोचन बल) की टीम ने तलाशी अभियान फिर से शुरू किया.
सुबह की पहली रोशनी के साथ जवानों ने झील में खोजबीन की और कुछ घंटों के भीतर तौफीक अहमद चोपन का शव बरामद कर लिया. अधिकारियों ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और जरूरी कानूनी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं.
इस घटना से इलाके में शोक का माहौल है. स्थानीय लोगों ने परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है. प्रशासन की ओर से कहा गया है कि डल झील और अन्य जलाशयों में तेज हवाओं और खराब मौसम के दौरान नाव या शिकारा चलाने से बचें.
अधिकारियों ने झील में सुरक्षा नियमों का पालन करने और लाइफ जैकेट पहनने की सलाह दी है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हो सकें...