Jammu and Kashmir : जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में वीरवार को गर्मी ने इतिहास रच दिया. यहां का अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि पिछले 54 वर्षों में पहली बार हुआ है. इससे पहले 28 मई 1971 को श्रीनगर का तापमान 34.3 डिग्री था. मौसम विभाग ने इस असामान्य गर्मी को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया है.
मौसम विभाग के मुताबिक, यह वीरवार श्रीनगर के लिए कई मायनों में खास रहा. यह 133 सालों में मई महीने का तीसरा सबसे गर्म दिन रहा. इससे पहले 24 मई 1968 को यहां का तापमान 36.4 डिग्री और 31 मई 1956 को 35 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.
सिर्फ श्रीनगर ही नहीं, बल्कि कश्मीर के कई इलाकों में पारा सामान्य से कई डिग्री ऊपर रहा. गुलमर्ग में अधिकतम तापमान 25.4 डिग्री, पहलगाम में 27.8 डिग्री, काजीगुंड में 33.5 डिग्री, और कोकरनाग में 33.3 डिग्री दर्ज किया गया. ये सभी तापमान सामान्य से 5 से 9 डिग्री तक अधिक हैं.
श्रीनगर में न्यूनतम तापमान भी सामान्य से ऊपर रहा, जो 15.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. आमतौर पर ठंडी मानी जाने वाली घाटी में अब दोपहर के समय बाजारों और सड़कों पर निकलना मुश्किल हो रहा है.
जम्मू में भी गर्मी ने लोगों को बेहाल किया. यहां वीरवार को अधिकतम तापमान 38.5 डिग्री सेल्सियस रहा. हालांकि, हवा चलने के कारण बुधवार के मुकाबले इसमें कुछ गिरावट दर्ज की गई। बुधवार को जम्मू में तापमान 41.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था.
मौसम विभाग का अनुमान है कि 24 से 26 मई के बीच तापमान में थोड़ी राहत मिल सकती है, लेकिन फिलहाल गर्मी से निजात मिलना मुश्किल नजर आ रहा है.
कश्मीर की ठंडी फिजाएं अब गर्म हवाओं से तप रही हैं, जिससे पर्यटकों के साथ स्थानीय लोग भी प्रभावित हो रहे हैं. यह मौसम का बदलता रूप चिंता का विषय बनता जा रहा है. पर्यावरण विशेषज्ञ इसे जलवायु परिवर्तन का संकेत मान रहे हैं और समय रहते ठोस कदम उठाने की अपील कर रहे हैं.