Ladakh : कश्मीर घाटी को ट्रेन से जोड़ने के बाद अब केंद्र सरकार की नजर लद्दाख पर है. भारतीय रेलवे ने लद्दाख तक ट्रेन पहुंचाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है. इसके लिए श्रीनगर से लेह तक नए रेल खंड का सर्वे शुरू कर दिया गया है. अगर यह परियोजना पूरी होती है तो लद्दाख न सिर्फ जम्मू-कश्मीर बल्कि पूरे देश से रेल मार्ग से जुड़ जाएगा.
फिलहाल उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक (USBRL) परियोजना के माध्यम से कश्मीर घाटी को देश के शेष हिस्से से जोड़ दिया गया है. अब सरकार इस परियोजना को और आगे बढ़ाकर लेह-लद्दाख तक ले जाने की तैयारी कर रही है.
लद्दाख तक ट्रेन सेवा का होना सामरिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है। चीन सीमा के नजदीक स्थित होने के कारण यहां तक ट्रेनों की सुविधा मिलना सुरक्षा की दृष्टि से भी मददगार साबित होगा. सीमावर्ती इलाकों में सेना की आवाजाही, सामान की ढुलाई और आपात स्थिति में मदद पहुंचाने के लिए यह रेल लाइन बहुत उपयोगी होगी.
सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती इस रेल परियोजना की जटिल भौगोलिक स्थिति है. बर्फ से ढके ऊंचे पहाड़, गहरी घाटियां, नदियां और खराब मौसम इस परियोजना को तकनीकी रूप से चुनौतीपूर्ण बनाते हैं. लेकिन यूएसबीआरएल जैसे मुश्किल प्रोजेक्ट को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद रेलवे और केंद्र सरकार इस नई परियोजना को भी पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
जानकारों का कहना है कि यह रेल लाइन रणनीतिक, पर्यटन और सामाजिक दृष्टि से एक ऐतिहासिक कदम साबित होगी. इससे लद्दाख में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय लोगों को यातायात की बेहतर सुविधा मिलेगी.
रेलवे का सर्वे कार्य पूरा होते ही इस प्रोजेक्ट पर तेजी से काम शुरू होने की उम्मीद है. सरकार का लक्ष्य है कि देश के अंतिम छोर तक रेल सुविधा पहुंचे और लद्दाख इसका अगला बड़ा कदम बनने जा रहा है.