Alert : घने जंगलों और ऊंचे पहाड़ों में छिपे आतंकियों को पकड़ने में जुटी सुरक्षाबल की टीम, ऑपरेशन जारी!
Udhampur Search Operation : जम्मू-कश्मीर के जंगलों और पहाड़ियों में 8-10 आतंकी सक्रिय हैं जो लगातार ठिकाने बदलकर सुरक्षाबलों को चकमा दे रहे हैं. किश्तवाड़ और उधमपुर में तलाशी अभियान जारी है. सुरक्षाबल ड्रोन, पैरा कमांडो और स्निफर डॉग्स की मदद से आतंकियों को पकड़ने के प्रयास में जुटे हैं.
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Jammu and Kashmir : जम्मू-कश्मीर के जम्मू संभाग में एक बार फिर आतंकवाद का खतरा सिर उठाने लगा है. सुरक्षाबलों ने भले ही कई आतंकियों को ढेर किया हो, लेकिन अभी भी 8 से 10 आतंकी इलाके में सक्रिय हैं, जो पहाड़ों और जंगलों में छिपकर गतिविधियां चला रहे हैं. ये आतंकी विशेष रणनीति के तहत काम कर रहे हैं और सुरक्षाबलों को लगातार चकमा दे रहे हैं.
कठुआ, ऊधमपुर, डोडा और किश्तवाड़ जैसे पहाड़ी और घने जंगलों वाले जिलों में आतंकियों ने अपनी शरणस्थली बना ली है. इन इलाकों में प्राकृतिक गुफाएं और ऊंची पहाड़ियां आतंकियों को छिपने में मदद कर रही हैं. यहां तक कि जब सुरक्षाबलों को किसी क्षेत्र में उनकी मौजूदगी की सूचना मिलती है, तो ये आतंकी तुरंत अपना ठिकाना बदल लेते हैं.
किश्तवाड़ जिले के छात्रू-कुचाल इलाके के कंजल मंडू में हाल ही में शुरू हुई मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है. बुधवार शाम से शुरू हुए इस ऑपरेशन को गुरुवार को भी जारी रखा गया. आतंकियों की धरपकड़ के लिए पैरा कमांडो, ड्रोन और स्निफर डॉग्स की मदद ली जा रही है.
हाल ही में सुरक्षाबलों ने किश्तवाड़ में तीन जैश-ए-मोहम्मद आतंकियों को मार गिराया था, जिनमें एक आतंकी कमांडर भी शामिल था. हालांकि, अन्य आतंकियों का सुराग अभी तक नहीं मिल पाया है. बसंतगढ़ के जंगलों में भी एक आतंकी को ढेर किया गया था, लेकिन बाकी साथी वहां से फरार हो गए.
सुरक्षाबलों के अनुसार आतंकवादी लगातार अपनी लोकेशन बदलते रहते हैं, जिससे उन्हें ट्रैक करना मुश्किल हो जाता है. ऑपरेशन में पैरा कमांडो की तैनाती के बावजूद, अब तक सभी आतंकियों को पकड़ा नहीं जा सका है. इलाके की भौगोलिक स्थिति इन आतंकियों को छिपने में मदद कर रही है.
बावा अमरनाथ और मचेल यात्रा की शुरुआत को देखते हुए सुरक्षाबलों की चिंता और बढ़ गई है. बड़ी संख्या में तीर्थयात्री रोजाना इन इलाकों से होकर गुजरते हैं. ऐसे में आतंकियों का पकड़ा जाना जरूरी है ताकि किसी भी संभावित खतरे से बचा जा सके. सुरक्षाबल लगातार अभियान चलाकर इन आतंकियों का सफाया करने में जुटे हुए हैं.