Tourism Crisis in Pahalgam : पहलगाम हमले के बाद सूना पड़ा पटनीटॉप, होटल कारोबारी परेशान!

Pahalgam Attack Impact : 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पर्यटक अचानक ही लौट गए और नए सैलानी आना भी बंद हो गए हैं. इससे स्थानीय होटल, टैक्सी, फोटोग्राफी और अन्य कारोबारियों पर बुरा असर पड़ा है.

Tourism Crisis in Pahalgam : पहलगाम हमले के बाद सूना पड़ा पटनीटॉप, होटल कारोबारी परेशान!
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Jammu and Kashmir : पहलगाम में हुए आतंकी हमले को 10 दिन गुजर चुके हैं, लेकिन इसका असर अभी भी जम्मू के मशहूर टूरिस्ट डेस्टिनेशन पटनीटॉप में साफ नजर आ रहा है. जहां इस समय सैलानियों की भीड़ होनी चाहिए थी, वहां सन्नाटा पसरा हुआ है. सड़कें, पार्क और होटल सब वीरान पड़े हैं और स्थानीय कारोबारी मायूस नजर आ रहे हैं.

हर साल अप्रैल के मध्य से पटनीटॉप, नत्थाटॉप, सनासर और कुद जैसे आसपास के पर्यटन स्थलों पर देशभर से हजारों सैलानी पहुंचते हैं. लेकिन इस बार 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पर्यटक अचानक ही लौट गए और नए सैलानी आना भी बंद हो गए हैं. इससे स्थानीय होटल, टैक्सी, फोटोग्राफी और अन्य कारोबारियों पर बुरा असर पड़ा है.

पटनीटॉप के होटल कारोबारियों के मुताबिक, यहां तकरीबन 70 छोटे-बड़े होटल हैं जिनमें लगभग 1200 से 1500 कमरे हैं. आमतौर पर इस सीजन में सभी कमरे फुल बुक रहते थे, लेकिन इस समय मुश्किल से 20 से 30 कमरे ही बुक हो रहे हैं. होटल कर्मचारियों की स्थिति भी खराब हो गई है. एक होटल में 20 से 50 तक लोग काम करते हैं, जिनकी रोजी-रोटी पर संकट आ गया है. होटल मालिकों के अनुसार, कर्मचारियों की तनख्वा देना भी मुश्किल होता जा रहा है.

फोटोग्राफर यूनियन के प्रधान सुभाष चंद्र ने बताया कि यूनियन में करीब 25 फोटोग्राफर हैं, जो पर्यटकों की फोटो खींचकर अपनी आजीविका चलाते हैं. लेकिन पिछले 10 दिनों से उनकी एक भी फोटो नहीं बिकी है. टैक्सी यूनियन के प्रधान प्रकाश चंद ने कहा कि टैक्सी चालकों को किस्तों की अदायगी में परेशानी हो रही है क्योंकि सवारी ही नहीं मिल रही.

कारोबारियों को उम्मीद है कि जल्द हालात सामान्य होंगे और पर्यटक दोबारा लौटकर पटनीटॉप की खूबसूरत वादियों का आनंद लेंगे. फिलहाल स्थानीय कारोबारियों के लिए यह समय बेहद मुश्किलों भरा है...

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