जम्मू में कथित फर्जी एनकाउंटर के बाद बवाल, युवक की मौत पर परिजनों ने किया हंगामा!
Youth Killed in Cross Firing : जम्मू में एक युवक की कथित फर्जी मुठभेड़ में मौत के बाद GMC अस्पताल में परिजनों ने हंगामा किया और पुलिस पर आरोप लगाए। शव लेने पहुंचे परिजनों को रोका गया, जिससे तनाव बढ़ गया. मृतक की दो महीने पहले शादी हुई थी. पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.
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Jammu and Kashmir : जम्मू के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (GMC) अस्पताल में उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया जब एक युवक की मौत की खबर पर उसके परिजन अस्पताल पहुंचे. बताया जा रहा है कि युवक की मौत एक कथित क्रॉस फायरिंग में हुई. मृतक की पहचान परवेज के रूप में हुई है. जैसे ही परिजन अस्पताल पहुंचे, उन्होंने जोरदार हंगामा किया और पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगाया.
परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने जानबूझकर परवेज को गोली मारी है. इस दौरान अस्पताल परिसर छावनी में तब्दील हो गया और पुलिस व अर्धसैनिक बलों ने अस्पताल के इमरजेंसी और शवगृह के गेट बंद कर दिए. इससे परिजन और ज्यादा आक्रोशित हो गए और पुलिस के साथ कई बार धक्का-मुक्की भी हुई.
परवेज के भाई मोहम्मद फारूक ने बताया कि उनका भाई गुरुवार शाम को एक दोस्त के साथ काम के सिलसिले में निकला था. वे छह भाई हैं और ट्रैक्टर ट्रॉली से माल ढुलाई का काम करते हैं. शाम छह बजे उन्हें पुलिस चौकी से सूचना मिली कि परवेज की गोली लगने से मौत हो गई है.
गुज्जर नेता तालिब हुसैन भी अस्पताल पहुंचे और उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि परवेज के खिलाफ कोई एफआईआर नहीं थी, फिर भी उसे मार दिया गया. उन्होंने दावा किया कि हाल के दिनों में पुलिस द्वारा नशा तस्करी के नाम पर 10 से अधिक युवाओं को मार दिया गया है.
मृतक की पत्नी नीकू, जिसकी दो महीने पहले ही परवेज से शादी हुई थी, भी अस्पताल पहुंची. वह रोते हुए बार-बार अपने पति का चेहरा देखने की मांग करती रही और पुलिस से सवाल किया कि उन्होंने गोली क्यों चलाई, पूछताछ भी की जा सकती थी.
इस बीच, डॉक्टरों की टीम ने देर रात पोस्टमार्टम किया और शुक्रवार सुबह शव परिजनों को सौंपने का निर्णय लिया. परवेज के गांव करनाला चक में भी भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि स्थिति बिगड़े नहीं.
इस घटना ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर में कथित फर्जी मुठभेड़ों और पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े कर दिए हैं. पहले भी बाड़ी ब्राह्मणा और मीरां साहिब में इसी तरह की घटनाएं हो चुकी हैं.