पाकिस्तान से कश्मीरी नौजवानों को जिहाद के लिए भड़काने की नई साजिश, लश्कर और जैश फिर सक्रिय!

Terrorism in Kashmir : पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के मदद से लश्कर और जैश ने कश्मीर में नौजवानों को भड़काने की नई साजिश रची है. टीवी चैनल, सोशल मीडिया और नए ट्रेनिंग कैंपों के जरिए आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है. भारतीय सुरक्षा एजेंसियां सतर्कता से नजर रखे हुए हैं.

पाकिस्तान से कश्मीरी नौजवानों को जिहाद के लिए भड़काने की नई साजिश, लश्कर और जैश फिर सक्रिय!
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Jammu and Kashmir : जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर पाकिस्तान की सरपरस्ती में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जिहादी गतिविधियों को हवा दे रहे हैं. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के सहयोग से इन संगठनों ने युवाओं को कट्टरपंथ की ओर ले जाने की साजिशें शुरू कर दी हैं.

सूत्रों के मुताबिक, लश्कर ने कश्मीर में जिहाद को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान और POK में एक नया टीवी चैनल शुरू किया है. इस चैनल के जरिए युवाओं को आतंकी बनने के लिए भड़काया जा रहा है. इसके अलावा लश्कर और जैश के कमांडर इंटरनेट मीडिया जैसे यूट्यूब, इंस्टाग्राम और टेलीग्राम के जरिये भड़काऊ वीडियो और भाषण फैला रहे हैं.

इन संगठनों ने अपने पुराने आतंकी प्रशिक्षण शिविरों को फिर से सक्रिय किया है और नए ट्रेनिंग कैंप भी शुरू किए हैं. एक बड़ा नया शिविर पाकिस्तान के नारोवाल इलाके में शुरू किया गया है, जो जम्मू के सांबा सेक्टर के सामने स्थित है. इन कैंपों में पाकिस्तानी सेना के स्पेशल ग्रुप और बैट दस्ते चुनिंदा आतंकियों को प्रशिक्षण दे रहे हैं.

भारतीय सुरक्षा एजेंसियां इन गतिविधियों पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं. जानकारी के अनुसार, लश्कर और जैश के कमांडर पीओके और पाकिस्तान के अन्य हिस्सों में रैलियां कर रहे हैं. वे मारे गए आतंकियों के परिजनों से मिल रहे हैं, उन्हें सार्वजनिक मंचों पर सम्मानित कर रहे हैं और लोगों को भारत के खिलाफ भड़काने की कोशिश कर रहे हैं.

लश्कर ने जम्मू-कश्मीर यूनाइटेड मूवमेंट (JKUM) के नाम से एक टीवी चैनल शुरू किया है. दिखावे के लिए यह संगठन धार्मिक और राजनीतिक बताया जा रहा है, लेकिन असल में यह लश्कर का ही हिस्सा है. इस चैनल में मारे गए आतंकियों और उनके परिवारों की कहानियां दिखाई जाती हैं, जिससे लोगों की भावनाएं भड़कें.

इसके साथ ही, जिहादी भाषणों के वीडियो और ऑडियो मैसेज भी बनाकर सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे हैं. इन्हें जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकियों और ओवरग्राउंड वर्करों के जरिए युवाओं तक पहुंचाया जा रहा है.

भारत की सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि पाकिस्तान की यह नई रणनीति युवाओं को कट्टरपंथ की ओर धकेलने और घाटी में फिर से आतंक का माहौल बनाने की कोशिश है. हालांकि, भारतीय सेना और अन्य बल इन गतिविधियों पर पूरी निगरानी बनाए हुए हैं.

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